रागिनी पर झुमो
बहुत से लोग अपने दुःखों के गीत गाते है,
दिवाली हो या होली हो सदा मातम मनाते है,
दुनिया उन्हीं की रागिनी पर झूमती हरदम,
जो चिंताओं में भी बैठ कर रागिनी सुनाया करते है।
Saturday, September 8, 2007
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1 comment:
बहुत खूब!
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