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Saturday, September 22, 2007

वाणी की कड़वाहट ,मिठास ,शांती ,तीरथ

सोचो हमारी कड़वाहट कहाँ है उस बात को कहने का ढंग बदल लो बस वाद विवाद खतम होजायेगा !

बात ऐसी बोलो कि वाणी में मिठास हो शांती हो !

हर पतनी अगर सुख चाहती है तो अपने पति से मीठी बात और शांति पूर्वक शब्ध बोले !

ऐसी वाणीँ तीरथ कहलाती है !

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