मनुष्य भाग रहा है कुछ अज्ञात को पाने की खोज में! पर वह खोज क्या रहा है यह वह भी नहीं जानता, पर फिर भी भाग रहा है!
जीवन है तो बुद्धि है! बुद्धि है तो जिज्ञासा है! जिज्ञासा है तो ज्ञान है! ज्ञान ही जीवन का मधुरतम फल है!
जिस प्रकार विश्व को जीतने की इच्छा रखने वाले को सर्वप्रथम स्वयं को जीतना चाहिए, क्योंकि खुद को जीत लेने के बाद कुच्छ भी जीतना शेष नहीं रह जाता! उसी प्रकार ज्ञान चाहने वाले को सर्वप्रथम अपने बारे में जानना चाहिए!
Friday, September 21, 2007
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