Tuesday, September 18, 2007
माया और माया पति
माया और माया पति के बीच में एक रेखा है ,उससे निकलना ही मुशकिल है , जब आदमी भवंर में फँस जाता है तो गोल -गोल घूमता रहता है , उस समय उसको किसी का सहारा चाहिये - माया को तोड़ कर जब आगे बढेगा तो माया पति अपनी तरफ खीचेंगे -माया को पार करना ही कठिन है ,मगर गुरू के द्वारा एक ही झटके में बाहर हो जायेगा !इस लिये गुरू जरूरी है !
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