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Sunday, December 19, 2010

Fw: [AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] दुर्भाग्य

 
----- Original Message -----
Sent: Sunday, December 19, 2010 3:38 PM
Subject: [AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] दुर्भाग्य


जब दुर्भाग्य हों तो चमड़ी मोटी रखो ! सुनो सब की , मगर जबान पर नियंत्रण रखो और मजाक उड़ाने वालो को ज्यादा तवाजो मत दो ! सोचो यह समय भी गुजर जाएगा अच्छे दिन आ कर चले गए तो बुरे दिन भी चले जायेगे !

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Posted By Madan Gopal Garga to AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj at 12/19/2010 03:35:00 PM

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