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Sunday, August 16, 2009

Fw: गुरु ज्ञान वाटिका के पुष्प


गुरु ज्ञान वाटिका के पुष्प



"जीवन की सम्पूर्णता है आनन्द और आनन्द परमात्मा का ही एक रूप या एक नाम

है, जिसे सच्चिदानन्द कहा जाता है। हमारा जन्म परमात्मा से मिलने के लिए ही

हुआ है और इसी उद्देश्य को लेकर हम दुनिया में आए है। वस्तुतः जीवन एक

अवसर है परमात्मा से मिलने के लिए।"



परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज




Bliss is the perfection of life and also a form or a name of God which is called "Existence-Consciousness-Bliss."
Our object and purpose of taking this human birth is to unite with the Almighty. In fact life is an opportunity
to come together and unite with the Supreme, the lord who is Omnipresent and all-pervading.

His Holiness Sudhanshuji Maharaj



Humble Devotee
Praveen VErma





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