----- Original Message -----
From: Madan Gopal Garga
Sent: Saturday, January 10, 2009 12:42 PM
Subject: [GURU VATIKA SE CHUNE PHOOL] अंहकार
- जाना बहुत मगर जो जानना चाहिये था वह जाना नहीं , हां ऐक अहंकार और सिर चढ जाता है किताबों का कि इतनी किताबें पढी हैं इतनी डिगरी हैं !
- पूज्य सुधांशुजी महाराज
- -१०-०८ के टी वी प्रवचन् से
--
Posted By Madan Gopal Garga to GURU VATIKA SE CHUNE PHOOL at 1/05/2009 06:48:00 PM
No comments:
Post a Comment